2080mars
- 44 Posts
- 50 Comments
मार गयी हमे ये महंगाई देख कर आयी रुलाई , जब याद उसकी आई तो आँखों में नींद नहा आयी , आसमान से बातें करती ये महंगाई सिर्फ aaआम आदमी के लिए है , नेताजी से कोई पूछे उनके घर के राशन के खर्च के बारे में कभी बता नहीं पायेंगे , घूमने फिरने में कितने का ईंधन खर्च हुआ नहीं बता पायेंगे , क्योंकि उन्होंने अपनी जेब से खर्च किया नहीं खर्च तो सा………………………………..किया , आप तो जनता हैं भाई समझ ही गए होंगे , अब जाकी न फटी पैर बिवाई , सो क्या samjhe peer parai
Read Comments